इक राजा इक रानी लिख
फिर से वही कहानी लिख
प्यार मुहब्बत झूठी बातें
रिश्ते हैं जिस्मानी लिख
बाँध ले गठरी सच्चाई की
धन दौलत बेमानी लिख
देश - प्रेम की खातिर तू
अपनी चढ़ी जवानी लिख
रोना - धोना छोड़ दे प्यारे
ग़ज़ल कोई तूफानी लिख
मुकेश इलाहाबादी ---------
फिर से वही कहानी लिख
प्यार मुहब्बत झूठी बातें
रिश्ते हैं जिस्मानी लिख
बाँध ले गठरी सच्चाई की
धन दौलत बेमानी लिख
देश - प्रेम की खातिर तू
अपनी चढ़ी जवानी लिख
रोना - धोना छोड़ दे प्यारे
ग़ज़ल कोई तूफानी लिख
मुकेश इलाहाबादी ---------
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