एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Thursday, 8 May 2014
चलो अच्छा हुआ दिल टूटने की आवाज़ न हुई
चलो अच्छा हुआ दिल टूटने की आवाज़ न हुई
वरना लोग इस बात का भी अफ़साना बना देते
मुकेश इलाहाबादी -----------------------------------
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