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Thursday, 21 August 2014

आ तू मिल जा मुझसे इसके पहले -पहले

आ तू मिल जा  मुझसे इसके पहले -पहले
चाहतों का दरिया सूख जाने के पहले - पहले
शामो सहर खिला रहूंगा, महकता रहूंगा 
तोड़ ले  गुले इश्क़ मुरझाने के पहले पहले
ज़माने की नज़र तुझको भी लग सकती है
तज़र्बा मुहब्बत का ले ले इसके पहले -पहले
लोग हीर-रांझा को भूल गए अब हमें भी भूलें
दास्ताने मुहब्बत लिख दें इसके पहले -पहले
तेरा हुस्न भी ढल जाएगा और मेरी जवानी
गले लग जा क़यामत आने के पहले -पहले
मुकेश इलाहाबादी --------------------------------

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