एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
Home
Sunday, 14 September 2014
ये तो ज़माने की चाल थी जो हो गए हम जुदा
ये तो ज़माने की चाल थी जो हो गए हम जुदा
मुकेश वरना न तुम बेवफा न हम बेवफा
मुकेश इलाहाबादी -----------------------
----------
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
View mobile version
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment