वह मुझे याद करता नही
और मै उसे भूलता नही
वो गुमशुदा है नहीं मगर
ढूंढता हूँ तो मिलता नही
लब तो थरथराते हैं मग़र
ज़ुबाँ से कुछ बोलता नही
साथ चलने को है आतुर
क़दम है कि बढ़ाता नही
सुना तो दूँ अपनी कहानी
मुकेश है कि सुनता नही
मुकेश इलाहाबादी ---------
और मै उसे भूलता नही
वो गुमशुदा है नहीं मगर
ढूंढता हूँ तो मिलता नही
लब तो थरथराते हैं मग़र
ज़ुबाँ से कुछ बोलता नही
साथ चलने को है आतुर
क़दम है कि बढ़ाता नही
सुना तो दूँ अपनी कहानी
मुकेश है कि सुनता नही
मुकेश इलाहाबादी ---------
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