Pages

Thursday, 31 December 2015

सिलसिला बनाये रखिये

सिलसिला बनाये रखिये
दोस्ती  निभाए   रखिये
हार गए हो तो भी क्या
हौसला  बनाये  रखिये
फल  मिले  या न मिले
प्रेम पौध लगाये रखिये  
भले कोई कांटे बोता रहे
आप फूल खिलाये रखिये
मुकेश इलाहबदी ------

No comments:

Post a Comment