कुछ,
रिश्ते, प्रेमी - प्रेमिका
माँ - बाप
दोस्त, नाते -दारी, रिश्तेदारी कि
परिभाषा की परिधि में नहीं आते
यहाँ तक कि,
दोस्त- गाईड - फिलॉसर की
परिधि को भी छू कर निकल जाते हैं
परिभाषाओं की परिधि के पार बहुत पार
अक्सर - कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हैं
मुकेश इलाहाबादी -----------
रिश्ते, प्रेमी - प्रेमिका
माँ - बाप
दोस्त, नाते -दारी, रिश्तेदारी कि
परिभाषा की परिधि में नहीं आते
यहाँ तक कि,
दोस्त- गाईड - फिलॉसर की
परिधि को भी छू कर निकल जाते हैं
परिभाषाओं की परिधि के पार बहुत पार
अक्सर - कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हैं
मुकेश इलाहाबादी -----------
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