चाँद सितारे तेरी झोली में डालूं तो
तुझको, जबरन अपना बना लूँ तो
बारिश के मस्त - मस्त मौसम में
आवारा सड़कों पे तुझ संग भीगूँ तो
तू बना रही हो जब चाय या कॉफी
चुपके से आ के बाहों में भर लूँ तो
तू चाहे मल्टी प्लेक्स में मूवी देखें
पर मै तुझे गांधी मैदान घुमाऊं तो
काली- काली ज़ुल्फ़ों में गज़रा बन
तेरी साँसों में, रातों दिन महकूँ तो
तू चाहे सुनना रोमांटिक गाना पर
तुझको मै अपनी ग़ज़ल सुनाऊँ तो
मुकेश इलाहाबादी -----------------
तुझको, जबरन अपना बना लूँ तो
बारिश के मस्त - मस्त मौसम में
आवारा सड़कों पे तुझ संग भीगूँ तो
तू बना रही हो जब चाय या कॉफी
चुपके से आ के बाहों में भर लूँ तो
तू चाहे मल्टी प्लेक्स में मूवी देखें
पर मै तुझे गांधी मैदान घुमाऊं तो
काली- काली ज़ुल्फ़ों में गज़रा बन
तेरी साँसों में, रातों दिन महकूँ तो
तू चाहे सुनना रोमांटिक गाना पर
तुझको मै अपनी ग़ज़ल सुनाऊँ तो
मुकेश इलाहाबादी -----------------
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