एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Friday, 18 May 2018
कहो तो आप के ये घने गेसू छू देखूं तो
कहो तो आप के ये घने गेसू छू देखूं तो
बादल छम- छम कैसे बरसते हैं जानू तो
मुकेश इलाहाबादी -------------------------
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