ये तो दुनिया है इसी तरह चलती रहेगी
कंही तूफ़ान होगा तो कंही आग लगेगी
आज हम यंहा हैं कल हम लोग न होंगे
दुनिया फिर भी इसी तरह चलती रहेगी
ज़माने की कब तक तुम परवाह करोगी
दुनिया तो हर हाल में बदनाम ही करेगी
आ हम भी ईश्क़ की दास्तान लिख जाएं
फिर दुनिया हमें भी सदियों सुनती रहेगी
मुकेश तुम्हे जो सही लगता है तुम करो
दुनिया का क्या ? वो तो कुछ भी कहेगी
मुकेश इलाहाबादी -----------------------
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