पत्नी बच्चों का सुख, माँ-बाप का प्रेम अपनी जान कर दिया है
घर की रोटी और अपनों का साथ, सब कुछ कुर्बान कर दिया है
अफ़सोस दुश्मनो और आतंकवादियों को ख़त्म नहीं कर पाए,
पर अपने सैनिक साथियों संग दुश्मन को हलकान कर दिया है
ख्याल रखना हमने अपनी पत्नी बच्चे आप के हाथ कर दिया है
अपनी ज़िंदगानी अपनी आखिरी साँस देश के नाम कर दिया है
मुकेश इलाहाबादी --------------------------------------------------
घर की रोटी और अपनों का साथ, सब कुछ कुर्बान कर दिया है
अफ़सोस दुश्मनो और आतंकवादियों को ख़त्म नहीं कर पाए,
पर अपने सैनिक साथियों संग दुश्मन को हलकान कर दिया है
ख्याल रखना हमने अपनी पत्नी बच्चे आप के हाथ कर दिया है
अपनी ज़िंदगानी अपनी आखिरी साँस देश के नाम कर दिया है
मुकेश इलाहाबादी --------------------------------------------------
बहुत खूब......जय हिन्द !
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