Pages

Wednesday, 20 February 2019

तुम्हारे बाकी साथी इसका बदला गिन गिन का लेंगे



शेष तुम्हारे साथी  बदला गिन गिन  'के'  लेंगे
पुलवामा के वीर शहीदों ये कुर्बानी व्यर्थ न होने देंगे

हम कवि वाणी में ओज भरेंगे, माताओं की  कोख से शूरवीर जन्मेगें

जब तक बदला पूरा न हो,   चैन  से   न  बैठेंगे

छोड़ गए हो अपने पीछे, पत्नी बच्चे मात -पिता
अपने भरसक हमसब उनको, दुःख न  होने  देंगे

भावों से पुरनम श्रद्धांजलि, स्वीकार  हे वीर जवानो

गुरू,मात, पिता के  रहे ऋणी हम, अब  ऋणी  तुम्हारे भी  होगें ।।


मुकेश इलाहाबादी ---------------------------------------
मुकेश इलाहाबादी -----------------------------------------


No comments:

Post a Comment