एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Friday, 26 July 2013
पत्थर ही सही हमको छू के तो देखा होता
पत्थर ही सही हमको छू के तो देखा होता
मोम न बन गये होते हो कहा होता ????
मुकेष इलाहाबादी .......................
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