एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Friday, 30 May 2014
इतनी उदासी तेरे दामन में अच्छी नहीं लगती
इतनी उदासी तेरे दामन में अच्छी नहीं लगती
आ, खिलखिला ले तो कुछ फूल चुन में लाया हूँ
मुकेश इलाहाबादी -----------------------------------
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