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Wednesday, 23 December 2015

तितलियों से रंग

तितलियों से रंग
फूलों से खुशबू
बादलों से स्याही
लाया हूँ
खाली कैनवास में
तेरी तस्वीर बनाऊंगा
मगर
उस तस्वीर में
तेरी मुस्कान और ताज़गी
कहाँ से लाऊँगा ???

मुकेश इलाहाबादी ---------

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