रेत् पे
तुम्हारा नाम लिखा
रेत् चांदी की सी हो गयी
ज़ुल्फ़ों को छुआ
और ,,,
रात सांवली हो गयी
फिर याद आये
तुम
दहकता दिन
गुलाबी हो गया
मुकेश इलाहाबादी --
तुम्हारा नाम लिखा
रेत् चांदी की सी हो गयी
ज़ुल्फ़ों को छुआ
और ,,,
रात सांवली हो गयी
फिर याद आये
तुम
दहकता दिन
गुलाबी हो गया
मुकेश इलाहाबादी --
No comments:
Post a Comment