बहुत ही हसीन, बहुत ही प्यारे हैं
मेरी आँखों में जो ख्वाब तुम्हारे हैं
है फ़क़्त तेरी आँखों का पानी मीठा
बाकी दरिया ताल तल्लैया खारे हैं
मुकेश इलाहाबादी -------------------
मेरी आँखों में जो ख्वाब तुम्हारे हैं
है फ़क़्त तेरी आँखों का पानी मीठा
बाकी दरिया ताल तल्लैया खारे हैं
मुकेश इलाहाबादी -------------------
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