तुम्हारे
चेहरे पे एक
खुशी मिश्रित मुस्कराहट
देख रहा हूँ
इसकी वजह मुझे मालूम है,,
पर मैं नहीं पूछूंगा
तुम
आज कल किसी के
आकर्षण मे हो
मुझे मालूम है
पर मैं नहीं पूछूँगा
क्यूँ कि
मुझे तुम्हारे चेहरे पे
मुस्कराहट देखने की
चाह है
क्यूँ कि
मैं तुम्हें प्रेम करता हूँ
मुकेश इलाहाबादी,,,
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