एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Saturday 18 August 2012
सुना है वो खुद गुल हैं, और खुद गुल पसंद हैं
सुना है वो खुद गुल हैं, और खुद गुल पसंद हैं
इसलिए हम भी मुहब्बत के गुल खिलाये बैठे हैं
मुकेश इलाहाबादी ------------------
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