एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Sunday, 2 September 2012
माना कि आपको मुहब्बत थी मेरे लिए
माना कि आपको मुहब्बत थी मेरे लिए
ये तो कोई बात न हुई बिन कहे चल दिए
मुकेश इलाहाबादी ---------------------
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