एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
Home
Wednesday, 26 September 2012
हज़ारों साल की भी ज़िन्दगी से
हज़ारों साल की भी ज़िन्दगी से क्या हासिल हम पत्थरों को
फूल सा आप पल भर को खिल के ज़माना जीत लेते हैं -----
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment