एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
Home
Thursday, 4 October 2012
तू ख्वाब मे डूबी रहे मै लोरियां गाता रहूँगा
तू ख्वाब मे डूबी रहे मै लोरियां गाता रहूँगा
ये अलग बात है मेरी हर बात मे दर्द निहां है
मुकेश इलाहाबादी ----------------
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment