समन्दर भी मात खाएगा
जिस दिन पिघल जाऊंगा
बर्फ का कोहसार हूँ देखना
एक दिन पिघल जाऊंगा
जिस दिन पिघल जाऊंगा
बर्फ का कोहसार हूँ देखना
एक दिन पिघल जाऊंगा
आफताब न गला पायेगा
चांदनी से पिघल जाऊंगा
जिस्म पत्थर हो गया पर
तेरे इश्क मे पिघल जाऊंगा
मुकेश इलाहाबादी ---------
चांदनी से पिघल जाऊंगा
जिस्म पत्थर हो गया पर
तेरे इश्क मे पिघल जाऊंगा
मुकेश इलाहाबादी ---------
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