तुमको भी कंही चैन ओ आराम नहीं
हमको भी सिवा इश्क के काम नही
इश्क वाले पल भर शुकूँ से बैठ सकें
जहां मे ऐसा कोई भी इंतजाम नहीं
मिटा सके जो मेरी बरसों की तिश्नगी
मैखाना मे ऐसा मीना- ऑ -जाम नही
बयाँ हो जिसमे तेरी हर खूबियाँ मुकेश
जमाने मे ऐसा कोई भी कलाम नही
मुकेश इलाहाबादी ---------------------
No comments:
Post a Comment