एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Thursday, 2 May 2013
अजीब है चाहत अपनी, क्या बताऊँ
अजीब है चाहत अपनी, क्या बताऊँ
दुनिया को जीत कर उससे हार जाऊं
मुकेश इलाहाबादी --------------------
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