एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
Home
Wednesday, 19 June 2013
गुल नही, गुलशन नही, कारखाना ए इत्र नही
गुल नही, गुलशन नही, कारखाना ए इत्र नही
फिर तेरे कूचे मे ये खुशबू सी क्यूँ है ???????
मुकेश इलाहाबादी .........................
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment