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Friday 31 January 2014

प्यार मुहब्बत झूठी बातें

इक राजा इक रानी लिख
फिर से वही कहानी लिख

प्यार मुहब्बत झूठी बातें
रिश्ते हैं जिस्मानी लिख

बाँध ले गठरी सच्चाई की
धन दौलत बेमानी लिख

देश - प्रेम की खातिर तू
अपनी चढ़ी जवानी लिख

रोना - धोना छोड़ दे प्यारे
ग़ज़ल कोई तूफानी लिख

मुकेश इलाहाबादी ---------

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