एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
Home
Sunday, 9 March 2014
मुकेश बन के बादल न बरसता तो क्या करता ?
मुकेश बन के बादल न बरसता तो क्या करता ?
तमाशाई, बहुत थे कोई आग बुझाने वाला न था
मुकेश इलाहाबादी ----------------------------------
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment