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Sunday 31 January 2016

यूँ बेवज़ह फिरा न करो

यूँ  बेवज़ह फिरा न करो
सबसे तुम मिला न करो
लोग मसल देंगे, तुमको
फूल सा यूँ खिला न करो
इस राह में बहुत कांटे हैं
यूँ नंगे पाँव चला न करो
बेवज़ह बदनाम कर देंगे
बात बेबात हंसा न करो
बातोँ का जादूगर है, तुम  
मुकेश से मिला न करो

मुकेश इलाहाबादी --------

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