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Sunday 16 July 2017

चाँद सितारे तेरी झोली में डालूं तो

चाँद सितारे तेरी झोली में डालूं तो
तुझको, जबरन अपना बना लूँ तो

बारिश के मस्त - मस्त  मौसम में
आवारा सड़कों पे तुझ संग भीगूँ तो

तू बना रही हो जब चाय या कॉफी
चुपके से आ के बाहों में भर लूँ तो

तू चाहे मल्टी प्लेक्स में मूवी देखें
पर मै तुझे गांधी मैदान घुमाऊं तो

काली- काली ज़ुल्फ़ों में गज़रा बन
तेरी साँसों में, रातों दिन महकूँ तो

तू चाहे सुनना रोमांटिक गाना पर
तुझको मै अपनी ग़ज़ल सुनाऊँ तो

मुकेश इलाहाबादी -----------------

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