Pages

Wednesday 13 September 2017

ज़िंदगी अगर हिना की पत्तियां होती

ज़िंदगी
अगर हिना की पत्तियां होती
तो कसम से
उन्हें तोड़ के, पीस के
तेरे हाथों पे ढेर सारे
बेल बूटे बना देता
फिर रच जाने के बाद
तुम्हारी खूबसूरत महकती हथेलियों पे
अपने होठं रख के भूल जाता
क़यामत आने तक
और महसूस करता रहता
तुम्हारे चेहरे पे एक प्यारी मुस्कान देर तक
शायद क़यामत आने तक

मुकेश इलाहाबादी --------------


No comments:

Post a Comment