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Friday 13 April 2018

तुम्हारी सादगी और ख़ूबसूरती बेमिसाल है

तुम्हारी सादगी और ख़ूबसूरती बेमिसाल है
और तू मेरी दोस्त है इस बात पे हमें नाज़ है
गेंदा, देखा, गुलाब, देखा देखे हमने ढेरों फूल
जो गुलों से भी जो खूबसूरत है,आप के गाल हैं
मुकेश इलाहाबादी ----------------------------

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