तुम हरगिज़ नहीं बदलोगी हमें मालूम है
ये शर्मो हया नहीं छोड़ोगी हमें मालूम है
शायद तुमने चुप रहने की कसम खा ली
पूछता रहूंगा नहीं बोलोगी हमें मालूम है
बुलाता रहूंगा तुम नहीं आओगी मिलने
बाद अकेले में रोती रहोगी हमें मालूम है
मुझे मालूम है मै ,तुम्हे अच्छा लगता हूँ
ये तुम किसी से न कहोगी हमें मालूम है
मुकेश इलाहाबादी ------------------------
ये शर्मो हया नहीं छोड़ोगी हमें मालूम है
शायद तुमने चुप रहने की कसम खा ली
पूछता रहूंगा नहीं बोलोगी हमें मालूम है
बुलाता रहूंगा तुम नहीं आओगी मिलने
बाद अकेले में रोती रहोगी हमें मालूम है
मुझे मालूम है मै ,तुम्हे अच्छा लगता हूँ
ये तुम किसी से न कहोगी हमें मालूम है
मुकेश इलाहाबादी ------------------------
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