एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
Home
Monday, 8 April 2013
सूना है रात परियाँ आती हैं गुलशन में,
सूना है रात परियाँ आती हैं गुलशन में,
नींद आती नहीं हमको इस लिहाज़ से
मुकेश इलाहाबादी ----------------------
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment