एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Wednesday, 4 February 2015
जान की बाजी हमने यूँ ही नहीं लगाई थी
जान की बाजी हमने यूँ ही नहीं लगाई थी
हमें मालूम था दिल के सौदे सस्ते नहीं होते
मुकेश इलाहाबादी ----------------------
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