एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Wednesday 11 January 2017
सृष्टि क़े प्रथम दिवस से लेकर
सृष्टि क़े
प्रथम दिवस से लेकर
अंतिम दिनों तक
तुम्हारा था
तुम्हारा हूँ
तुम्हारा ही रहूंगा
सुमि। सुन रही हो न??
मुकेश इलाहाबादी ----
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