पानी रेत् में तब्दील हुआ
तुम्हारे जाने के बाद हुआ
चन्द लम्हे की मुलाकात
शह्र में चर्चा ए आम हुआ
तुम मुझसे मिलने आओ
ऐसा सिर्फ इक बार हुआ
गले लगने को कहा,क्यूँ
चेहरा हया से लाल हुआ
इक दर्द था मेरे सीने में,
अब जा के आराम हुआ
मुकेश इलाहाबादी -------
तुम्हारे जाने के बाद हुआ
चन्द लम्हे की मुलाकात
शह्र में चर्चा ए आम हुआ
तुम मुझसे मिलने आओ
ऐसा सिर्फ इक बार हुआ
गले लगने को कहा,क्यूँ
चेहरा हया से लाल हुआ
इक दर्द था मेरे सीने में,
अब जा के आराम हुआ
मुकेश इलाहाबादी -------
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