Pages

Sunday 14 May 2017

तड़पता है तो सिर्फ तेरे लिए तड़पता है

तड़पता है तो सिर्फ तेरे लिए तड़पता है
वर्ना तो दिल मेरा हरदम  खुश रहता है

यूँ तो  मेरा गुले दिल मुरझाया मिलेगा
पाऊँ तेरा साथ तो खिला खिला रहता है

सूरज की कड़ी धूप मेरा क्या कर लेगी
तेरी यादों का साया सिर पे जो होता है

मुकेश इलाहाबादी ---------------------

No comments:

Post a Comment