Pages

Tuesday 11 July 2017

उजली हथेली पे

मेरे
उजली हथेली पे
अपने गुलाबी होठों से लिख दो
अपना नाम
जिसे मै छाप दूंगा अपनी तनहा दीवार पे
और पढूंगा - खल्वत में

मुकेश इलाहाबादी -------------------

No comments:

Post a Comment