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Saturday 26 August 2017

न तो काली होती है, न तो गोरी होती है

न तो  काली होती है, न तो गोरी होती है
जैसी भी हो अम्मा तो अम्मा ही होती है

जाड़े में गरम रजाई, अम्मा का  आँचल
सोते में तकिया अम्मा की कुहनी होती है

अम्मा तो बस बच्चों की अम्मा होती है
अम्मा हलवा, पूड़ी, दूध, मलाई होती है

गर बच्चे देर से आये खबर न पाए तो
अम्मा के दिल में सिर्फ बेचैनी होती है

चीन की हो भारत के हो या हो लंका की
कंही की हो अम्मा तो सिर्फ देवी होती है

मुकेश इलाहाबादी ------------------------



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