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Wednesday 21 November 2018

पहले मुँह में ताला जड़ा गया

पहले
मुँह में ताला जड़ा गया
आँखों पे पट्टी बाँधी गयी
हथेलियों को ज़मीन पे रखवा के
चौपाया बनाया गया
पीठ पे जीन कसी गयी
फिर चाबुक चलते हुए दौड़ाया गया
क्यों कि सरदार ने कहा
हमें विकास के रस्ते पे जाना है
लिहाज़ा ये ज़रूरी है
कुछ लोग सरदार के कहने से घोड़े बन कर खुश हो गए
सरपट - सरपट दौड़ने लगे
पर कुछ ने विरोध किया
कोड़े खाए - दुलत्ती चलाने और न दौड़ने के एवज़ में
और जिन घोड़ों ने फिर भी दौड़ने से मना कर दिया
उन्हें गोली मार दी गयी
और - कारवां बढ़ने लगा - विकास के रस्ते पे
या फिर - सरदार के अहम् के रस्ते पे

मुकेश इलाहाबादी ---------------------------

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