Pages

Sunday 12 February 2012

आप अपने गिरहबान में तो झांकते नहीं बस

बैठे ठाले की तरंग ------------------
 

 

आप अपने गिरहबान में तो झांकते नहीं
बस, मुझसे ही शिकायत किये जाते हो




मुकेश इलाहाबादी ------------------

No comments:

Post a Comment