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Monday 4 June 2012

वो -- मुस्कुराना ख्वाब में


बैठे ठाले की तरंग ---------------

वो --
मुस्कुराना ख्वाब में
औ  ----
कुनमुनाना नींद में
अच्छा लगा ---- देखना
तुमको - तुम्हारी नींद में
वो --
ढलका हुआ आँचल
औ --
करवट बदलना - नींद में
अच्छा लगा --- देखना
तुमको - तुम्हारी नींद में
सोचता हूँ ---
एक बोसा दे दूं
तुमको - तुम्हारी नींद में
फिर ---
बाहों में मुस्कुराता देखूं
तुमको तुम्हारी -- नींद में

मुकेश इलाहाबादी ------------

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