एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Tuesday, 31 July 2012
मुद्दत हुई सूरते यार देखे,
मुद्दत हुई सूरते यार देखे,
फिर भी ज़िंदा हूँ
मेरी हद्द ऐ इंतज़ार तो देखिये
मुकेश इलाहाबादी -------------
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