एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
Home
Monday 17 December 2012
दिन आफताब रात महताब चाहिए
दिन आफताब रात महताब चाहिए
थोडी सी तपन थोड़ा सा आब चाहिए
सिर्फ हकीकत से काम चलता नहीं
जिंदगी के लिए कुछ ख्वाब चाहिये
मुकेश इलाहाबादी --------------------
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment