बच्चे की फीस औ दूध के हिसाब की बातें करो
अब हमसे प्यार और मनुहार की बातें न करो
ऑफिस मे सेक्रेटरी से नैन मटक्का करके,अब
हमको अब यूँ मनाने दुलराने की बातें न करो
चुपके चुपके मेरे एस एम् एस पढ़ते हो फिर
मुझसे अब ये वफ़ा औ विश्वास की बातें न करो
मुकेश इलाहाबादी --------------------------------
प्यार के अलावा भी एक जीवन है
ReplyDeleteइस जीवन को जिन्दा रखना जरुरी है
प्यार अपने आप जिन्दा रहेगा
सुंदर रचना
बधाई
भाई जी मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों
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