एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Monday, 29 April 2013
मज़मून मेरी मुस्कुराहाट का
मज़मून
मेरी मुस्कुराहाट का
कोई पढ़ न ले
इसलिए
खामोश रहा करता हूँ
ये अलग बात
तेरा ख़याल आते ही
मै , मुस्कुरा देता हूँ
मुकेश इलाहाबादी ---
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