Pages

Thursday 13 March 2014

ऐ दोस्त, लब से न सही आखों से


ऐ दोस्त, लब से न सही आखों से ही इशारा कर दिया होता
एहसासे  दिल बयाँ करने का ये तरीका भी तो हो सकता था
मुकेश इलाहाबादी ---------------------------------------------------

No comments:

Post a Comment