एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Friday, 23 May 2014
गर उगेगा चाँद तो चाँदनी बरसेगी ही बरसेगी
गर उगेगा चाँद तो चाँदनी बरसेगी ही बरसेगी
रक़ीबों के घर पूरी, हमारे घर कुछ तो बरसेगी
मुकेश इलाहाबादी -------------------------------
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