एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Tuesday, 30 June 2015
सुख , दुःख के हरहराते समंदर के बीच
सुख ,
दुःख के हरहराते
समंदर के बीच
तुम्हारी यादों का टापू
मुकेश इलाहाबादी --
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